· राग दरबारी व्यंग्य-कथा नहीं है। इसमें श्रीलाल शुक्ल जी ने स्वतंत्रता के बाद के भारत के ग्रामीण जीवन की मूल्यहीनता को परत-दर-परत. ‘राग दरबारी’ जैसे कालजयी उपन्यास के रचयिता श्रीलाल शुक्ल हिन्दी के वरिष्ठ और विशिष्ट कथाकार हैं। उनकी क़लम जिस निस्संग. · श्रीलाल शुक्ल के “राग दरबारी” उपन्यास का प्रकाशन ई. में हुआ था। ई.में इसे साहित्य अकादमी पुरस्कार से .
राग दरबारी के प्रमुख पात्रों का परिचय दीजिए। उपन्यासकार के रूप में श्रीलाल शुक्ल का मूल्यांकन कीजिए।. श्रीलाल शुक्लांची बातमी वाचताना राग दरबारी मालिका आठवली. हिंदीत याआधी 'मेरी श्रेष्ठ कविताएं' वाचायचा प्रयत्न केलाय. श्रीलाल शुक्ल का सबसे प्रतिष्ठित उपन्यास राग दरबारी आजादी के बाद के भारत के ग्रामीण जीवन के मूल्यों को परत दर परत उघाड़ता है। यह उपन्यास पाठकों को.
कथावस्तु. राग दरबारी व्यंग्य-कथा नहीं है। इसमें श्रीलाल शुक्ल जी ने स्वतंत्रता के बाद के भारत के ग्रामीण जीवन की मूल्यहीनता को परत-दर-परत उघाड़ कर रख. श्रीलाल शुक्ल द्वारा रचित 'राग दरबारी' हिंदी उपन्यास की समीक्षा। इस उपन्यास में सम-सामयिक विषयों पर तीखा व्यंग कसा गया है। व्यवस्था में फ़ैल चुकी. राग दरबारी, श्रीलाल शुक्ल जी ने गांव की राजनिति, परिवेश और भाषा का बहुत ही सुन्दर तरीके से लिखा है.
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